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Heart Shayari - दिल छू लेने वाली हार्ट शायरी

  ❤ ️ HEART SHAYARI – ( दिल को छू लेने वाली शायरी) दिल की बातें , दिल के एहसास – शायरी का एक लंबा सफ़र दिल एक अजीब सा समंदर है। कभी शांत , कभी तूफ़ानी। कभी ज़िद , कभी मोहब्बत , कभी दर्द , कभी सुकून। इसी दिल की आवाज़ को शब्दों में पिरोकर जो निकलता है , वही Heart Shayari बन जाती है। आज मैं आपके लिए दिल के हर रंग से भरी करीब शायरी – किताब पेश कर रहा हूँ। जहाँ प्यार भी है , दर्द भी है , इंतज़ार भी है और इबादत भी। ✨ SECTION–1 : दिल से निकली मोहब्बत की शायरी 1 ⃣ दिल धड़कता भी है , दिल टूटता भी है … मोहब्बत में ये दिल हर मौसम में बदलता भी है। कभी खुशियों की बरसात , कभी ग़म के बदले … ये दिल ही है जो सब झेलकर फिर से किसी पर दिल रख लेता है। 2 ⃣ उसकी मुस्कान में जो नूर था , वो मेरे दिन को भी रौशन कर देता था। मैं खुद में नहीं रहता था , वो नज़र आते ही मैं उससे मिलने वाला बन जाता था। 3 ⃣ काश उसे बता पाता कि मोहब्बत कैसे करते हैं … आँखों की खामोशी से रूहों की हलचल तक सब उसी के इर्द-गिर्द घूमता है। 4 ⃣ दिल कहता था “ उसे पा लें …” समझ कहती ...

Mau Ka History - मऊ का इतिहास, संस्कृति और करघा परंपरा

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  ⭐ मऊ ज़िला – एक शहर , एक करघा और चार पीढ़ियों की जीवनगाथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्थित मऊ ज़िला , जिसे आज मऊ - नथनी और कभी “ मऊनाथ भंजन ” कहा जाता था , केवल नक्शे पर अंकित एक जगह भर नहीं था। यह वह धरती थी जहाँ करघों की थप - थपाहट से सुबहें खुलती थीं , और इत्र की खुशबू से शामें महक उठती थीं। यह वह मिट्टी थी जहाँ नदी गंगा - गोमती के तटों पर नई सभ्यताएँ पनपती थीं , और जहाँ पीढ़ियों से बुनकर परिवार धागों में सपने बुनते चले आते थे। इसी मऊ में रहता था — “ यूसुफ अंसारी ”, करघा चलाने वाला एक साधारण लेकिन दिल से बहुत बड़ा इंसान। उसके घर में चार पीढ़ियों की छाया थी — दादा अमीर हुसैन , पिता सलीम , वो खुद यूसुफ , और उसका दस साल का बेटा आरिफ । यह कहानी उन्हीं चार पीढ़ियों , मऊ के बदलते दौर , और समय की आंधियों में टिके रहने की कहानी है। 1. मऊ की सुबह – करघों की लय , इत्र की महक , और उम्मीदों की रोशनी सुबह की पहली अज़ान के साथ ही मऊ शहर में करघों क...